Jan 30, 20211 min readGandhi Ke Marnoprant, a Hindi Poem by Kalpana Singh गांधी, कोई उड़ा ले गया तुम्हारे शब्द, हे राम! कोई चुरा ले गया तुम्हारी बकरी
Jan 26, 20211 min readMera Desh: Hindi Poems by Kalpana Singhमेरा देश (१) मेरा देश एक जल गई रोटी किसने सेंकी? किसने फेंकी? (२) मेरा देश एक तराजू। जिसके हाथ भी आ जाता है डंडी मार के ले जाता है। (३)...