विश्व हिंदी दिवस पर हिंदी भाषा के सम्मान में एक पहल ~कल्पना सिंह (Kalpna Singh-Chitnis)
हिंदी एक सागर है जिसमें कई भारतीय भाषाएँ और बोलियां नदियों की तरह आकर मिलती हैं। एक सागर नदियों को सुखाता नहीं, उन्हें केवल अपने में समाहित करता है। जैसे नदियां बिना दूसरी नदियों और समुद्र के हस्तक्षेप के अपने उद्गम से यात्रा करती हुई अपने विस्तार क्षेत्र में बहती हैं, और अपने गंतव्य तक पहुँचती हैं, वैसे ही एक भाषा, दूसरी भाषा के प्रवाह और विकास में रूकावट नहीं बनती।
कम या अधिक, भारत में हिंदी भाषा का प्रयोग (और उपयोग) हम हर जगह करते हैं, पर उसे यथोचित स्थान देने से कतराते हैं। भाषाओं की लड़ाई में हम अंग्रेजी को स्वीकारने पर राजी हो जाते हैं, पर हिंदी को नहीं, जो भारत में जन्मी देश की सबसे लोकप्रिय, और पूरे विश्व में चौथी सर्वाधिक बोलने वाली भाषा है।
अतः क्या यह अपेक्षा अनुचित है कि हम प्रादेशिक मानसिकता से ऊपर उठ कर हिंदी को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आगे लाने का प्रयास करें? भारत को छोड़कर विश्व के किसी और देश में अपनी सबसे लोकप्रिय और सर्वाधिक प्रयोग में आने वाली भाषा के प्रति दुराव और कुंठाग्रस्त मानसिकता देखने को नहीं मिलती। हमें उन देशों और भाषाओं से प्रेरणा लेने की जरूरत है। हमें दुनिया को यह बताने की आवश्यकता है कि हिंदी भाषा और उसका साहित्य कितना समृद्ध है। "हिंदी लिटरेचर टुडे" उसी दिशा में एक कदम है। यह "विश्व हिंदी दिवस" 2021 पर हिंदी के सम्मान में एक पहल है।
यहाँ यह भी स्पष्ट करना आवश्यक है कि "हिंदी लिटरेचर टुडे" की शुरुआत किसी भाषा की राजनीति से प्रेरित नहीं है, नाहीं किसी भाषा को दूसरी भाषा की तुलना में महत्वपूर्ण या अमहत्वपूर्ण करार देने की कोशिश है। इसका केवल एक लक्ष्य है, और वह है — हिंदी साहित्य को दुनिया तक पहुंचना और इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए हर भाषा की मदद लेना।
"हिंदी लिटरेचर टुडे" के माध्यम से, हिंदीं भाषा के प्रमुख साहित्यकारों की रचनाओं को उनके अंग्रेजी अनुवाद के साथ प्रस्तुत करना हमारा ध्येय है। भविष्य में, हम हिंदी साहित्य को अन्य भाषाओं में भी लाने का प्रयास करेंगे। फिलहाल यह पहल हम हिंदी की कविताओं का अंग्रेजी अनुवाद के साथ कर रहे हैं। इसमें साहित्यकारों और अनुवादकों के सहयोग की आवश्यकता होगी। हम उन्हें "हिंदी लिटरेचर टुडे" से संपर्क करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं और विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर सभी हिंदी भाषियों, सेवियों और प्रेमियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ देते हैं। हम सब मिलकर हिंदी को आगे बढ़ाएं।
- कल्पना सिंह १० जनवरी, २०२१ Hindi Literature Today A River Paw Press (USA) Journal
बहुत बढ़िया।